
हल्दी के पौधे से मिलने वाली इसकी गांठें ही नहीं, बल्कि इसके पत्ते भी बहुत उपायोगी होते हैं। इसी प्रकार दूध भी प्राकृतिक प्रतिजैविक है। यह शरीर के प्राकृतिक संक्रमण पर रोक लगा देता है। आयुर्वेद में हल्दी को सबसे बेहतरीन नैचुरल एंटीबायोटिक माना गया है। इसलिए यह त्वचा पेट और शरीर के कई रोगों में उपयोग की जाती है। हल्दी व दूध दोनों ही बहुत गुणकारी हैं, लेकिन अगर इन्हें एक साथ मिलाकर लिया जाए तो इनके लाभ दोगुना हो जाते हैं। इन्हें एक साथ पीने से यह कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं दूर होती हैं। हल्दी ‘टर्मरिक’ भारतीय वनस्पति है। आयुर्वेद में हल्दी को एक महत्वपूर्ण औषधि कहा गया है। हल्दी का भारतीय रसोई में इसका महत्वपूर्ण स्थान है और धार्मिक रूप से इसको बहुत शुभ समझा जाता है। विवाह में तो हल्दी की रसम का अपना एक विशेष महत्व है। हल्दी और दूध दोनों हीं हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। हल्दी और गर्म दूध दोनों को मिलाकर पिया जाए, तो इसके और भी ज्यादा फायदे हैं, हरदिन हल्दी और दूध पीकर आप कई बीमारियों और संक्रमणों से बच सकते हैं।हल्दी में विटामिन, खनिजलवण, प्रोटीन, वसा आदि सभी कुछ होता है, हल्दी में पाया जानेवाला करक्यूमिन नामक पीला तत्व दिमागी संतुलन को बनाए रखने में कारगर होता है। हल्दी सभी आवश्यक पोषक व रायायनिक तत्वों से परिपूर्ण है। यदि आपको सर्दी और जुकाम से नाक बंद हो जाती हो तो हल्दी, शहद और काली मिर्चा को मिलाकर सेवन करें और कुछ ही दिनों में फर्क पाएं। आंखों में दर्द हो, तो पानी में हल्दी डालकर गरम कर लें और ठंडी हो जाने पर छानकर उस पानी से आंखें धोएं। खांसी से निजात पाने के लिए हल्दी की एक छोटी-सी गांठ मुंह में रखकर चूसें। इससे कुछ ही दिनों खांसी से राहत मिलेगी।